सभी सामग्री को मिलाकर गूंध ले| और 25
मिनट तक ढककर रखे | लोई बनाकर पतला बेल ले और लम्बी लम्बी साखे काटकर घी या तेल
में तल ले| आप चाहे तो प्रिहीट ओवन में 150 डिग्री पर सुनहरा होने तक बेक कर ले|
आप इन्हें एयर टाईट बर्तन में पेक करके रख सकते है ये 10 -15 दिन तक ख़राब नहीं
होती है |
जब भी कोई मेहमान अचानक से
आ जाये तो हम सोचते ही रह जाते है की उनके सामने क्या गरम नाशता परोसे| तो आइए
बनाते है कुछ फटा फट गरमा गरम बनने वाले पनीर टोस्ट:-
सामग्री :-
ब्रेड
7 स्लाइसेस
बटर
आवश्यकतानुसार
पनीर
200 ग्राम
हरी मटर
1 कप उबले हुए
काला नमक
½ टी स्पून
लाल मिर्च पाउडर
1 टी स्पून
जीरा पाउडर
1 टी स्पून
निम्बू का रस
2-3 बूंदे
नमक
स्वादानुसार
हरा धनिया
बारीक़ कटा हुआ
विधि :-
सबसे पहले सारी सामग्री को
मिक्स करके| एक ब्रेड के ऊपर मसाले को फैलाकर दूसरी ब्रेड से कवर करेंगे| अब तवे
पर थोडा सा बटर लगाकर ब्रेड को दोनों तरफ से सेंक ले| और इन पनीर टोस्ट को हरी
चटनी व टमाटर की चटनी के साथ सर्व करे|
होली के आते
ही गणगौर के गीत मुँह पर आने लगते है, हम गुनगुनाने लगते है| वैसे तो चैत्र शुक्ला
तीज को गणगौर की बड़ी पूजा की जाती है लेकिन होली के दूसरे दिन से ही गणगौर की सोलह
दिन की पूजा शुरू हो जाती है जो महिलाये सोलह दिन गणगौर पुजती है वे होली के दुसरे
दिन से ही पूजा करने लगती है
होली के दुसरे दिन सबसे पहले एक पाटे पर
महिलाये आठ आठ बिंदी रोली, मेहंदी, काजल,व कुवारी लडकियाँ 16 -16 बार बिंदी लगाती
है फिर कुवारी लडकियाँ अच्छे पति के लिए और महिलाये अपने अमर सुहाग के लिए पार्वती
माता से प्रार्थना करती है|
उसके बाद बाड़ी खुलवाने का गीत गाती है :-
बाड़ी वाला बाड़ी खोल,
बाड़ी की किवाड़ी खोल,
म्हें आई छा दोब ने|
किणोसारी बेटियाँहो किणोसारी बहना हो|
ब्रह्मा जी री बेटियाँ ईसर जी री बहना हां |
बाड़ी वाला बाड़ी खोल ....................इस तरह
अपने घर वालो के नाम लेकर गीत गाते है|
उसके बाद गणगौर माता
से किवांडी खुलाने का गीत गाते है| जो इस प्रकार है:-
गौर ए गणगौर माता खोल किवांडी|
बहार ऊबी थारी पूजन वाली|
पूजो ए पुजारण वाली कांई कांई मांगो|
म्हें मांगा अन्नधन लाखण लक्ष्मी|
जल हर बाबुल मांगा राता देई माँ ये|
कान्ह कंवर सो बीरो मांगा, राईसी भोजाई |
काले घोड़े काको मांगा, चुडला वाली काकी|
बिणजारो सो फूफा मांगा, बिणजारी सी भुआ|
कजल्यो सो बहनोई मांगा गवरल बाई बहन रे|
महला चढ़ता साहिब मांगा ज्यांकी मै घर नार ऐ |
गोद जडुल्यो पूत मांगा ज्यांकी मै माय ऐ|
बंदी ये बुआरी मांगा सौ परिवार ऐ|
रोड़ो ए रोड़ो बाई दही भरयो कचोलो|
इतरी सी नगरी में ईसर गौर को जोड़ो |
ईसर जी रा नैण सुरमा भर रेखा,
गौर बाई रा नैण काजलिया री रेखा|
इसके बाद गौर माता
को पूजने का गीत गाते है:-
गौर –गौर गोमती, ईसर पूजे पार्वती|
पार्वती का आला गीला, गौर का सोना का टीका|
म्हाके है कुकू का टिका|
टीका दे टमका दे , गौर रानी व्रत करे |
करता करता आस आयो मास आयो, खेरे खाते लाडू लायो|
लाडू ले बीरा ने दियो बीरो म्हाने पाल दी |
पाल का मै व्रत किया|
सन मन सोलहा, सात कचौरा, दौनु जोड़ा|
जोड़ जंवारा गेहूँ ग्यारह |
रानी पूजे राज ने मै म्हाका सुहाग ने|
रानी को राज बढतो जाये म्हाको सुहाग बढतो जाये |
कीड़ी कीड़ी ले कीड़ी थारी जात है, जात है गुजरात
है|
गुजराता रो पानी दे दे थम्बा तानी, तानी में
सिंघाड़ा पानी भिजोड़ा|
म्हारो भाई ऍम लियो खेम लियो, लाडू लियो पेड़ा
ल्यो|
सेव ल्यो सिंघाड़ा ल्यो, झर झरती जलेबी ल्यो,
हरी हरी दूब ल्यो|
अब इसके बाद पाटा
धोने का गीत गाते है :-
पाटो धो बाई पाटो धो बीरा की बहन पाटो धो|
पाटा ऊपर पीलो पान म्हें ज्यासां बीरा री शान|
जान जास्यां पान खास्यां बीरा ने परणास|
थाली में खाजा म्हारो बीरो राजा|
थाली में पताशा म्हारो बीरो करे तमाशा|
ऍल खेल नंदी बैल, ओ पानी कठे जासी राज|
आधो जासी अलिया गलिया, आधो ईसर न्हासी राज |
ईसर जी तो न्हाय लिया, गौरा बाई न्हासी राज |
गौर बाई रे बेटो जायो, भुवा बधाई लायी राज |
अरदा तानो परदा तानो, बंदरवाल बन्धाओ राज |
सार केरी सुई लाओ पाट का रा धागा|
सेर सेर सिवो म्हारा भतीजा रा बागा|
आवो रे भतीजा थांकी भूवा लायी बागा|
भुवा बाई रे कारणे भतीजा रहगया नागा|
नागा नागा काई करो और सिवास्या बागा |
अब इसके बाद जो दूब हमने पूजने के लिए हाथ में
ली है उसे चढ़ा देंगे और एक बड़े दिए में एक कोढ़ी, सुपारी, चांदी की अंगूठी, और एक
रुपया डाल कर उसमे थोडा पानी डाल कर लोटे के ऊपर रख कर आरती गायेंगे|
म्हारी डूंगर चढ़ती सी बेलन जी
म्हारी मालाण फूलडा से लाय|
सूरज जी थांको आरतो जी| चन्द्रमा जी थाको आरतो जी
|
ब्रह्मा जी थांको आरतो जी, ईसर जी थांको आरतो जी|
कनमा जी थांको आरतो जी |
थांको आरतियां में आदर मेलू पादर मेलू, पाना की
पचास मेलू|
पीली पीली मोहरा मेलू, धोला धोला रूपया मेलू|
डेढ़ सौ सुपारी मेलू, मोतीडा रा आखा मेलू|
राजा जी रा सुवो मेलू, राणी जी की कोयल मेलू|
करो न भाया की बहना आरतो जी|
करो न सायब की गौरी आरतो जी
इसके बाद गौर माता को
धोक देकर अपने सुहाग की लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना करेंगे|
ऐसे ही सोलह दिन तक
रोज पूजा करते है| सोलवे दिन गीत और कहानी भी कहते है जो हम हमारे अगले ब्लॉग में
लेकर आयेंगे| धन्यवाद् ...........................
परीक्षा का दिन नजदीक आते
ही क्या
बच्चे क्या बड़े सभी के दिल की धड़कने तेज
हो जाती है| ऐसे में कुछ छोटी छोटी बातो को ध्यान में रखकर हम अपने एग्जाम को ईजी
और सफल बना सकते है|
1
परीक्षा में जाने से पहले अपने सभी जरूरत के
सामान को एक जगह पर इकट्टा कर लेना चाहिए जैसे – पेन, स्केल, कलरबॉक्स, रबर,
पेंसिल, प्रवेश पत्र आदि |
2
परीक्षा के दिन परीक्षा
स्थल पर समय से पहले पहुचना चाहिए जिससे घबराहट न हो|
3
प्रश्न पत्र के मिलते ही
उसे अच्छी तरह से एक बार जरूर पढना चाहिए |
4
प्रत्येक प्रश्न के लिए
समय कितना समय देना है ये तय कर लेंगे और उसी समय में प्रश्न को पूरा करने की
कोशिश करेंगे|
5
प्रश्न पत्र में जो मुख्य
प्रश्न है उन्हें रेखांकित करेंगे|
6
प्रश्न में जो पूछा गया
है उसी के अनुसार उस प्रश्न के उत्तर देंगे|
7
प्रश्न में शोर्ट फॉर्म का प्रयोग जहा तक हो
नहीं करना चाहिए |
8
प्रश्न के जो मुख्य बिंदु
है उन्हें दिमाग में अच्छी तरह से दोहराएंगे और उनका बिन्दुओ में विश्लेषण
करेंगे|
9
जब आपको यू लगे की समय कम
है तो उत्तर के महत्वपूर्ण बिन्दूओ को पहले लिखेंगे जिससे हमे आसानी से नंबर मिल
सके|
10
उत्तर के बिच में ही
निष्कर्ष नहीं देंगे| जहां जैसी जरूरत हो वैसा ही लिखेंगे|
11
एक ही प्रश्न में अधिक
समय नहीं लगायेंगे जल्दी जल्दी उत्तर देने का प्रयास करेंगे |
12
अगर कोई प्रश्न अच्छी तरह
से नहीं आ रहा हो तो जो पहले आ रहो हो उसे पहले करेंगे| फिर जो समय बचेगा उस में
वह प्रश्न लिख लेंगे|
तो अब घबराईये नहीं अच्छे से एग्जाम की तैयारी करे|
आपके अच्छे एग्जाम के लिए आप सब को आपकी दोस्त पुनीता अग्रवाल की तरफ से ALL THE BEST
………………….
3 टेबल
स्पून साबुत धनिया भुनकर पिसा हुआ, 2 टेबल स्पून मलाई, 1 टी स्पून तंदूरी मसाला, ½ टी स्पून काली मिर्च, 2 टेबल स्पून तिल का पाउडर, 1 टी स्पून अदरक हरी मिर्च
का पेस्ट, आधा टी स्पून लहसुन का पेस्ट, आधा निम्बू का रस
ग्रेवी के लिए सामग्री:- 2
प्याज, ¼ कप काजू के टुकड़े, 2 -3 कली लहसुन, 1 टुकड़ा
अदरक, 1 टेबल स्पून खसखस ( सभी सामग्री को मिला कर पका ले और ठंडा होने पर पिस ले|
विधि:-
सबसे पहले पनीर और शिमला
मिर्च को बड़े बड़े टुकडो में काट ले| अब मेरिनेशन वाली सारी सामग्री मिला कर पनीर
और शिमला मिर्च में मिला कर 20 मिनट के लिए एक तरफ रख दे| अब एक कढाई में बटर
पिघला कर इसमें तेजपत्ता और सारी ग्रेवी वाली सामग्री मिला कर अच्छी तरह से पका
ले| जब ग्रेवी पक जाये तब इसमें मरिनेट किया हुआ पनीर व शिमला मिर्च मिलकर पका ले|
2 -3 मिनट पकाने के बाद क्रीम व हरा धनिया से सजाकर गरमा गरम रोटी के साथ सर्व करे|
सबसे पहले एक बाऊल में चोकलेट डालकर
माइक्रोवेव में 1 मिनट के लिए पिघला लेंगे| फिर रूम टेम्प्रेचर में ठंडा होने
देंगे| अब डिस्पोजेबल कप के किनारों पर एक छोटा चीरा लगायेंगे| कप में चोकलेट डाल
कर कुछ इस तरह से गोल घुमाएँ की अन्दर एक मोटी कोटिंग हो जाये| अब फ्रूट्स में
क्रीम मिलाकर कप में भर देंगे| और सेट होने के लिए फ्रीज़ में रख देंगे| 20 मिनट के
बाद फ्रीज़ में से निकालकर कप को फाड़ कर निकाल देंगे और क्रीम और स्ट्रा बेर्री से गार्निश करके सर्व करेंगे|